21 जुलाई 2008

भूँख

भूँख किसको नहीं लगती?
उसको- जिसके पास-
कुछ है नहीं
खाने को।
उसको- जिसके पास-
कुछ है नहीं
दिखाने को। अतिरिक्त
उन बत्तीस दांतों के।
जो वह अक्सर…
अपने मुँह में ही
चलाता रहता है। हिलाता रहता है।
और जब वह दर्द करने लगते हैं
तो शांत हो जाता है।
क्यों की
उसको भूँख नहीं लगती।
जिसके पास। सब कुछ-
वह सब कुछ है
जिसको वह
सबसे बचा कर। छुपाए रखने का
प्रयास करता है। और
जिसके लिए हर पल-
उदास रहता है। लेकिन वह भी
खाता है-
कुछ सिक्कों के टुकड़े
जब की वह, जिसके पास
कुछ नहीं खाने को-
खाता है-
सिक्कों के टुकड़े चबाने की आवाजों की
मार।
क्यों की-
इन्ही आवाजों ने उसके कान
बहरे बना दिए।
क्यों की-
इन्हीं की आवाजों ने
उसकी रोटी छीन ले।
और अब वाही आवाजें/ सिक्कों की-
उस पर अत्याचार करती हैं.
ज़ुल्म धाती हैं…
क्यों की
उसको bhoonkh नही लगती

(October 12nd 1981)

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